एहसासों के साग़र में,यूँ लम्हा लम्हा बहता हूं
तुम्हारी याद में खो कर तेरा दीदार करता हूँ..
हो तुम चाँद जैसे ऐसा लगता है कि जैसे तुम
रहते हो गगन पर और मैं धरती पे रहता हूँ..
तुम्हारे रूठ जाने से डर जाता है दिल मेरा
तभी तो हाल अपना तुमको बतलाने से डरता हूं..
अगर मैं कह न पाऊँ तुमसे तो तुम खुद समझ लेना
मेरी आँखें बता देंगी तुम्हें, मैं तुम पे मरता हूँ…
तुम्हारे इश्क़ में मैं ये खता हर बार करता हूं,
मोहब्बत तुमसे है मैं बस तुम्हीं से प्यार करता हूं..
तुम्हारा प्रिय तूफानी……… 🖋️💝
Hello . Good one Mr Hardik
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always superb … YOu are always Soo Expressive 🙂
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